माँ के देहदान का संकल्प बेटे ने किया पूरा
राज्य सरकार के निर्देश पर पुलिस ने दिया गार्ड ऑफ़ ऑनर
एक बेटे ने अपनी माँ के देहदान के संकल्प को पूरा कर ना सिर्फ एक मिसाल पेश की है बल्कि समाज को देहदान/ अंगदान के लिए प्रेरित भी किया है, उधर मध्य प्रदेश सरकार ने भी अपना वादा निभाया, मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की घोषणा के मुताबिक मृत देह को ग्वालियर पुलिस ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया।
ग्वालियर//
मध्य प्रदेश के ग्वालियर में रहने वाले एक बेटे ने अपनी माँ के देहदान के संकल्प को पूरा कर ना सिर्फ एक मिसाल पेश की है बल्कि समाज को देहदान/ अंगदान के लिए प्रेरित भी किया है, उधर मध्य प्रदेश सरकार ने भी अपना वादा निभाया, मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की घोषणा के मुताबिक मृत देह को ग्वालियर पुलिस ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया।
मेडिकल कॉलेज में पढ़ने वाले विद्यार्थी को प्रेक्टिकल के लिए मृत शरीर का मिलना बहुत मुश्किल बात है, बहुत कम लोग ऐसे होते हैं जो सामाजिक नियमों से अलग होते हुए देहदान का संकल्प लेते है और फिर उनके परिजन उनकी मृत्यु के बाद अपने परिजन के संकल्प को पूरा करते हैं।
लेकिन ग्वालियर में एक परिवार ऐसा है जो इसे निभा रहा है और समाज को प्रेरित भी कर रहा है, ये परिवार है शिक्षक देवेंद्र राजौरिया का, उन्होंने अपनी माँ के देहदान के संकल्प को पूरा किया, 78 वर्षीय पांचो बाई ने कल शनिवार को अंतिम साँस ली, बेटे देवेन्द्र को उनका संकल्प याद था तो उन्होंने ग्वालियर मेडिकल कॉलेज को देहदान की जानकारी दी, उनकी जानकारी दिए जाने के बाद कॉलेज ने देहदान की प्रक्रिया को पूरा किया।
सीएम डॉ मोहन यादव ने की है सम्मान देने की घोषणा
इसी दौरान शासकीय शिक्षक देवेन्द्र राजौरिया ने ग्वालियर एसपी धर्मवीर सिंह को माँ के निधन के बाद देहदान करने की बात बताई और मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव द्वारा हाल ही में की गई घोषणा की याद दिलाई, उल्लेखनीय है कि 1 जुलाई को मुख्यमंत्री ने घोषणा की थी कि जो कोई भी परिवार देहदान/अंगदान करेगा उस व्यक्ति के मृत शरीर को गार्ड ऑफ़ ऑनर दिया जायेगा, एसपी ने पुलिस थाने को इसके निर्देश दिए।
थाटीपुर थाना पुलिस एसपी के निर्देश का पालन करते हुए शिक्षक देवेन्द्र राजौरिया के घर सुरेश नगर पहुंची और वहां परिजनों और समाज की मौजूदगी में पांचो बाई की पार्थिव देह को गार्ड ऑफ़ ऑनर दिया, क्षेत्र में मौजूद इस सामाजिक बदलाव की चर्चा हो रही है और बेटे द्वारा माँ के संकल्प को पूरा करने और सरकार द्वारा गार्ड ऑफ़ ऑनर देकर सम्मान दिए जाने की प्रशंसा खो रही है।
यहाँ एक बात बात महत्वपूर्ण है कि वो ये कि इस परिवार के मुखिया देवेन्द्र के पिता स्वर्गीय बाबूलाल राजौरिया ने भी देहदान का संकल्प लिया था और उनके निधन के बाद बेटे ने 17 नवम्बर 2024 को उनके मृत देह को ग्वालियर मेडिकल कॉलेज को दान किया था।
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