वन समिति की आड़ में पर्यटन स्थल काफी पाइंट में ऊगाही

प्रवेश रसीद में हेराफेरी

वन समिति की आड़ में पर्यटन स्थल काफी पाइंट में ऊगाही

कोरबा।
कोरबा वनमंडल द्वारा बालको वन परिक्षेत्र में आकर्षक काफी पाइंट का निर्माण कराया गया है जिससे लोगों को कम दर पर सुविधाजनक मनोरंजन के साधन उपलब्ध हो सके साथ ही इस क्षेत्र के वन समिति के सदस्य भी आर्थिक रूप से सुदृढ़ हो सके, हालांकि कागज में काफी पाइंट का संचालन दूधीटांगर वन प्रबंधन समिति के सदस्यगण कर रहे हैं लेकिन पर्दे के पीछे इसका संचालन एक प्रभावशाली व्यक्ति द्वारा किया गया जा रहा है और वह यहां पर प्रवेश के नाम पर प्रति व्यक्ति 20 रूपए की वसूली के साथ महंगे दरों पर खाद्य सामाग्री की बिक्री कर रहा है। 

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जिले में प्रचूर मात्रा में वन संसाधन है ऐसे में राज्य शासन की मंशा है कि कोरबा को पर्यटन के क्षेत्र में नई पहचान मिल सके इसके लिए बुका, सतरेंगा, बांगो बांध सहित लेमरू क्षेत्र के काफी पाइंट में अनेक मनोरंजन के साधन उपलब्ध करा विश्राम गृह का निर्माण कराया गया है ताकि दूर-दराज से पहुंचे लोग भी कम दर पर यहां के आकर्षक नजारों को अवलोकन कर सके, लेकिन इसके आड़ में प्रभावशाली लोग अपनी ठेकेदारी चमका रहे हैं। कुछ इसी तरह का वाक्या बालको वन परिक्षेत्र में संचालित काफी पाइंट में देखने को मिल रहा है। कहने को तो इसका संचालन दूधीटांगर वन प्रबंधन समिति के सदस्य कर रहे हंै और इसके लिए परिसर में बोर्ड भी लगाया गया है, लेकिन मौके पर निरीक्षण करने पर समिति के एक भी सदस्य मौजूद नहीं मिले बल्कि प्रभावशाली व्यक्ति द्वारा रखे गए व्यक्ति ही इसका संचालन कर रहे हैं। यहां पर एक कैंटिन भी संचालित है जहां पर मनमाने ढंग से रकम की वसूली कर खाद्य पदार्थ मुहैया कराया जा रहा है। यहां का नजारा काफी आकर्षक है ऐसे में प्रतिदिन सैकड़ो की संख्या में सैलानी पहुंचते हैं, लेकिन इसका लाभ वन समिति के ग्रामीणों को मिलने के बजाए कथित रसूकदार व्यक्ति को मिल रहा है। 

प्रवेश शुल्क के नाम पर वसूली

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यहां पहुंचे लोगों से 20 रूपए की प्रवेश शुल्क की वसूली की जा रही है लेकिन इसके एवज में जो रसीद दिया जा रहा है उसमें सादे कागज में सिर्फ दूधीटांगर वन समिति के साथ 20 रूपए अंकित है, इसमें किसी के हस्ताक्षर नहीं हैं, मतलब साफ है कि रसीद में हेराफेरी कर महीने में लाखों की कमाई की जा रही है इसकी जांच-पड़ताल वन विभाग के अधिकारी नहीं कर रहे हैं। 

कमरो का किराया मनमाना

नियमानुसार यहां निर्मित विश्राम गृह के कमरों की बुकिंग ऑनलाईन होती है लेकिन ऐसा यहां पर नहीें होता है, यहां पर कार्यरत कर्मी प्रभावशाली व्यक्ति के मौखिक निर्देश पर लोगों से मनमाना रकम की वसूली कर रहे हैं। साथ ही युवक-युवतियों को घंटे के हिसाब से रूम उपलब्ध करा रहे है। इसमें रकम की गड़बड़ी हो रही है। 

खुलेआम मादक पदार्थ की पूर्ति

इन दिनों बरसात का मौसम है जहां पर युवकों की अच्छी-खासी भीड़ लगी रहती है। अमूमन प्रतिदिन खुले जगहों के साथ कमरों पर मादक पदार्थ का सेवन युवक-युवतियां कर रहे हैं। इसकी वजह से आए दिन यहां पर मारपीट की घटना के साथ लूटपाट भी हो रही है। लेकिन विश्राम गृह क्षेत्र में किसी प्रकार के सुरक्षा की व्यवस्था नहीं है। 

इस संबंध में बालको वन परिक्षेत्राधिकारी जयंत सरकार के मोबाईल क्रमांक 9302882789 से संपर्क साधा गया। पूरे समय तक मोबाईल की घंटी बजी लेकिन उन्होंने स्वीकार नहीं किया। इस वजह से उनका पक्ष नहीं मिल सका।  
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