छत्तीसगढ़ में अब तक 886.4 मि.मी. औसत वर्षा

रायपुर । राजस्व-आपदा प्रबंधन विभाग के राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष द्वारा संकलित जानकारी के मुताबिक एक जून 2024 से अब तक राज्य में 886.4 मिमी औसत वर्षा दर्ज की जा चुकी है। राज्य के विभिन्न जिलों में 1 जून से 26 अगस्त सवेरे तक रिकार्ड की गई वर्षा के अनुसार बीजापुर जिले में सर्वाधिक 1859.0 मिमी […]

रायपुर । राजस्व-आपदा प्रबंधन विभाग के राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष द्वारा संकलित जानकारी के मुताबिक एक जून 2024 से अब तक राज्य में 886.4 मिमी औसत वर्षा दर्ज की जा चुकी है। राज्य के विभिन्न जिलों में 1 जून से 26 अगस्त सवेरे तक रिकार्ड की गई वर्षा के अनुसार बीजापुर जिले में सर्वाधिक 1859.0 मिमी और सरगुजा जिले में सबसे कम 487.7 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी है।

राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार एक जून से अब तक सूरजपुर जिले में 886.0 मिमी, बलरामपुर में 1242.4 मिमी, जशपुर में 725.4 मिमी, कोरिया में 908.5 मिमी, मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में 888.8 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी।

इसी प्रकार, रायपुर जिले में 739.2 मिमी, बलौदाबाजार में 927.2 मिमी, गरियाबंद में 838.0 मिमी, महासमुंद में 680.3 मिमी, धमतरी में 776.8 मिमी, बिलासपुर में 836.5 मिमी, मुंगेली में 938.0 मिमी, रायगढ़ में 845.9 मिमी, सारंगढ़-बिलाईगढ़ में 519.4 मिमी, जांजगीर-चांपा में 979.5 मिमी, सक्ती 842.4 मिमी, कोरबा में 1185.2 मिमी, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही में 896.5 मिमी, दुर्ग में 532.8 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी। कबीरधाम जिले में 697.9 मिमी, राजनांदगांव में 868.5 मिमी, मोहला-मानपुर-अंबागढ़चौकी में 978.1 मिमी, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई में 642.9 मिमी, बालोद में 906.7 मिमी, बेमेतरा में  494.8 मिमी, बस्तर में 920.8 मिमी, कोण्डागांव में 849.0 मिमी, कांकेर में 1062.7 मिमी, नारायणपुर में 1001.9 मिमी, दंतेवाड़ा में 1102.8 मिमी और सुकमा जिले में 1190.7 मिमी औसत वर्षा एक जून से अब तक रिकार्ड की गई।

Join Khaskhabar WhatsApp Group

About The Author

Related Posts

Latest News

प्लास्टिक के विकल्पों की तलाश करना पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य की रक्षा के लिए महत्वपूर्ण - डॉ. संजय गुप्ता प्लास्टिक के विकल्पों की तलाश करना पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य की रक्षा के लिए महत्वपूर्ण - डॉ. संजय गुप्ता
सिंगल-यूज प्लास्टिक के कई दुष्प्रभाव हैं, जिनमें पर्यावरण प्रदूषण, वन्यजीवों को नुकसान, और मानव स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव शामिल हैं।...
NKH में नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर 1 जुलाई को
रिमझिम बारिश से खिले किसानों के चेहरे
श्री महाकाल भक्त मंडल कोरबा के तत्वाधान में सभी समाज प्रमुखों के साथ बैठक आहूत
शेयर में आई तेजी, अडानी ने खरीदी एक और कंपनी
सेक्‍स रैकेट : 49 की उम्र में 29 की दिखने की चाहत
जगन्नाथ रथयात्रा में बेकाबू हुआ हाथी, मचा हड़कंप